संघवाद - Political Science-Civis Class 10th Chapter-1st ( Federalism ) Notes In Hindi

संघवाद - Political Science-Civis  Class 10th Chapter-1st ( Federalism ) Notes In Hindi

संघवाद क्या है ?

संघवाद का अर्थ है किसी देश में शासन के लिए अलग अलग स्तर की सरकार का होना 
उदाहरण - 
भारत में केंद्र सरकार और राज्य सरकार 
संघवाद के अनुसार सरकार की शक्तियां और कार्य निर्धारित होते है

संघवाद की विशेषता बताइए ?

यहां सरकार दो या दो से अधिक स्तर की होती है 
सरकार के सभी स्तर एक ही नागरिक समूह पर शासन करती है 
केंद्र और राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र अलग है 
भारत में कुछ ऐसे मुद्दे है जिस पर केंद्र और राज्य दोनों सरकार कानून बना सकती है

संविधान में अलग अलग स्तर की सरकार के अधिकार क्षेत्र पहले से निर्धारित होते है

भारत के संविधान के अनुसार केंद्र और राज्यों के बीच शक्तियों का बंटवारा किस प्रकार किया गया है ?
भारत के संविधान के अनुसार तीन सूचियां बनाई गई है जिसमें सरकार के अधिकार क्षेत्र का वर्णन है 
संघ सूची 
राज्य सूची
समवर्ती सूची
संघ सूची - इसमें  शामिल किए गए विषय पर केवल केंद्र सरकार ही कानून बना सकती है 
राज्य सूची - इसमें  शामिल किए गए विषय पर केवल राज्य सरकार ही कानून बना सकती है
समवर्ती सूची -  इसमें  शामिल किए गए विषय पर  केंद्र और राज्य दोनों सरकार  कानून बना सकती है 
लेकिन अगर इस पर विवाद होता है तो केंद्र का बनाया कानून ही मान्य होगा l

राज्य सूची, संघ सूची एवं समवर्ती सूची में कौन से विषय शामिल किए गए हैं ?
संघ सूची - रक्षा, विदेश, बैंकिंग, मुद्रा, संचार आदि 
राज्य सूची - पुलिस, व्यापार, वाणिज्य, कृषि, सिंचाई आदि 
समवर्ती सूची - शिक्षा, वन, मजदूर, विवाह इत्यादि

एकात्मकता और संघात्मक सरकारों के बीच अंतर स्पष्ट करो 

एकात्म क शासन 
इसमें केंद्र की सरकार अधिक शक्तिशाली होती है 
इसके अंतर्गत संविधान संशोधन केंद्र की सरकार कर सकती है - ऐसे शासन में शक्तियां एक जगह पर केंद्रित होती है 
केंद्र सरकार राज्यों की शक्तियां भी ले सकती हैं

संघातमक शासन 

इसमें केंद्र सरकार अपेक्षाकृत कमजोर होती है
इसमें केंद्र सरकार अकेले ही संविधान संशोधन नहीं कर सकती 
इसमें शासन कई स्तरों पर विभाजित होता है 
यहां अन्य सरकारों को भी शक्तियां प्राप्त होती है

भारत की संघीय व्यवस्था में बेल्जियम से मिलती-जुलती एक विशेषता और उससे अलग एक विशेषता को बताइए ?

भारत और बेल्जियम दोनों में ही संघीय व्यवस्था है
समानता 
भारत और बेल्जियम दोनों संघ यह लोकतंत्र हैं केंद्रीय और राज्य सरकार के बीच शक्तियों को बंटवारा किया गया है दोनों जगह केंद्र सरकार राज्य सरकार की तुलना में अधिक ताकतवर है
विभिन्नता ( असामनता )
भारतीय संघ में कुछ राज्यों को विशेष दर्जा प्राप्त है लेकिन बेल्जियम में सभी राज्यों के अधिकार एक समान हैं

भारतीय संविधान की आठवीं अनुसूची में कितनी भाषाओं को रखा गया ?

22 भाषा

भाषा के आधार पर राज्यों का पुनर्गठन किस आयोग के द्वारा किया गया ?

1956 में

ग्राम स्तर पर मौजूद स्थानीय शासन व्यवस्था को क्या कहा जाता है

पंचायती राज

सत्ता के विकेंद्रीकरण से क्या तात्पर्य है ?

जब केंद्र और राज्य सरकार से शक्तियां लेकर स्थानीय सरकारों को दी जाती हैं तो इसे सत्ता का विकेंद्रीकरण कहते हैं
भारत एक विशाल क्षेत्रफल और बड़ी आबादी वाला देश है यहां सत्ता के दो स्तर केंद्र सरकार और राज्य सरकार पहले से मौजूद हैं लेकिन शासन को सुचारू रूप से चलाने के लिए एक तीसरा स्तर भी जोड़ा गया है जिसे स्थानीय शासन कहां जाता है

सत्ता के विकेंद्रीकरण के पीछे बुनियादी सोच क्या है ?

सत्ता के विकेंद्रीकरण के पीछे बुनियादी सोच यह है कि अनेक मुद्दों और समस्याओं का निपटारा स्थानीय स्तर पर अच्छे तरीके से किया जा सकता है लोगों को अपने इलाके की समस्याओं की बेहतर समझ होती है लोगों को इस बात की अच्छी जानकारी होती है कि पैसा कहां खर्च किया जाए इसलिए स्थानीय स्तर की सरकार जनता की समस्याओं को देखकर सही फैसला ले सकती है
इसी लिए भारत में सभी राज्यों में ग्रामीण इलाकों में ग्राम पंचायत और शहरी इलाकों में नगरपालिका की स्थापना की गई है

सत्ता के विकेंद्रीकरण की दिशा में 1992 में उठाए गए बड़े कदम के बारे में विस्तार से बताइए ?

- 1992 में संविधान में संशोधन करके लोकतांत्रिक शासन व्यवस्था के तीसरे स्तर को ज्यादा शक्तिशाली बनाया गया
- अब स्थानीय स्वशासन निकायों के चुनाव नियमित रूप से कराना संवैधानिक बाध्यता है 
- निर्वाचित स्वस्थ से निकायों के सदस्य तथा पदाधिकारियों के पदों में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और पिछड़ी जातियों के लिए सीटें आरक्षित की गई
-  कम से कम एक तिहाई पद पर महिलाओं के लिए सीट आरक्षित है 
- हर राज्य में पंचायत और नगरपालिका चुनाव कराने के लिए राज्य चुनाव आयोग नामक एक स्वतंत्र संस्था का गठन किया गया 
- राज्य सरकारों को अपने राजस्व और अधिकारों का कुछ हिस्सा स्थानीय स्वशासन इकाइयों को देना पड़ता है

ग्राम पंचायत के बारे में चर्चा कीजिए ?

प्रत्येक गांव में 1 ग्राम पंचायत होती है इसमें कई सदस्य और एक अध्यक्ष होता है सदस्य वार्डों से चुने जाते हैं उन्हें पंच कहा जाता है अध्यक्ष को प्रधान या सरपंच कहा जाता है इनका चुनाव गांव अथवा वार्ड में रहने वाले सभी वयस्क लोग मतदान के जरिए करते हैं यह पूरे पंचायत के लिए फैसला लेने वाली संस्था है पंचायत का काम ग्राम सभा की देखरेख में चलता है गांव के सभी मतदाता इसके सदस्य होते हैं

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