मनोविज्ञान और खेल ( Psychology And Sports ) Physical Education class 12th chapter 9th Notes in hindi

मनोविज्ञान और खेल ( Psychology And Sports ) Physical Education class 12th chapter 9th Notes in hindi

व्यक्तित्व (Personality)

लैटिन शब्द Persona से लिया गया
जिसका अर्थ - मुखौटा
व्यक्तित्व वह मुखौटा है जिसे लगा कर व्यक्ति अपने वातावरण के संपर्क में आता है 
किसी व्यक्ति के गुणों, लक्षणों, क्षमताओं तथा विशेषताओं को संयुक्त रूप से Personality कहा जा सकता है |

हर्बर्ट शेल्डन द्वारा दिए गए व्यक्तित्व के वर्गीकरण

शेल्डन एक वैज्ञानिक था जिसने शरीर का वर्गीकरण 3 भागों में किया, इन्होने व्यक्तित्व को शरीर की बनावट के अनुसार बांटा :-
वर्गीकरण
1- एक्टोमॉर्फ ( Ectomorph )
2- मेसोमोर्फ  ( Mesomorph )
3- एंडोमॉर्फ़ ( Endomorph )

( एक्टोमॉर्फ )
शरीर दुबला पतला 
कमज़ोर
कंधे पतले
शरीर का weight  भी बहुत कम होता है

( मेसोमोर्फ )
शरीर हट्टा कट्टा तथा ताकतवर
कंधे बहुत चौड़े तथा मजबूत होते हैं 
छाती भी बहुत बड़ी
कमर पतली 
बहुत energy 

( iii)  एंडोमॉर्फ़ )
शरीर गोल मटोल और मोटा 
इनके शरीर में fat  बहुत ज्यादा 
ज्यादातर मजाक 
इनका शरीर बहुत कोमल होता

( अंतर्मुखी )
ऐसे लोग होते हैं जो अकेलापन पसंद करते हैं
दूसरे लोगों के साथ ज्यादा बातें करना तथा रहना पसंद नहीं करते
ज्यादातर शांत रहते है और ये सोच समझकर अपनी बातें बोलते हैं
( बहिर्मुखी )
ये ऐसे लोग होते हैं जो बहुत ज्यादा सामाजिक होते हैं
तथा सभी से मिलना जुलना तथा बातें करना पसंद करते हैं
ये लोग किसी से भी बात करने में शरमाते नहीं हैं
और सभी के साथ मिलजुलकर काम करना पसंद करते हैं |
( उभयमुखी )
ये ऐसे लोग होते हैं जिनमे अंतर्मुखी तथा बहिर्मुखी दोनो के गुण पाए जाते हैं 
और ये लोग थोड़े दोस्त बनाना पसंद करते हैं | 

व्यक्तित्व का पंच कारक मॉडल (Big Five Theory)


यह Theory  पॉल कास्टा तथा रोबर्ट मैक्रे ने दी थी,  इन्होने व्यक्तित्व के वर्गीकरण के लिए Big Five Theory  बनाई जो की इस प्रकार है :-
1- अनुभवों के लिए खुलापन 
2- बहिर्मुखता 
3- सहमतीशीलता 
4- मनोविक्षुब्धा 
5- अन्तर्विवेकशीलता 

i) अनुभवों के लिए खुलापन 
ऐसे लोग कल्पनाशील होते हैं
नई बातों को जानने के लिए उत्सुक
विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए हमेशा तैयार
ii) बहिर्मुखिता 
बहुत ज्यादा सामाजिक होते हैं
सभी से मिलना जुलना तथा बातें करना पसंद करते हैं
ये लोग किसी से भी बात करने में शरमाते नहीं है 
iii) सहमतीशीलता 
ऐसे लोग होते हैं जो किसी भी व्यक्ति को नुकसान नहीं पहुंचाते
हमेशा दूसरों की मदद
दूसरों की हर बात के साथ सहमत (agree )
iv) मनोविक्षुब्धा
ऐसे लोग होते हैं जो हमेशा दूसरे लोगों को परेशान करते रहते हैं
फिर दूसरों को चिड़ाते रहते हैं
इन लोगों को हमेशा कोई न कोई चिंता रहती है
 इनका blood  pressure  high  रहता है |
v) अन्तर्विवेकशीलता
ये लोग बहुत ज्यादा मेहनती होते है
अपने लक्ष्य (goal)  को प्राप्त करने के लिए हमेशा संघर्ष करते हैं
बहुत जिम्मेदारी से सभी कार्य करते हैं
किसी से झूठ नहीं बोलते इसलिए बहुत भरोसेमंद भी होते हैं |

( अभिप्रेरण Motivation )

वह स्थिति जिसमे व्यक्ति आंतरिक तथा बाहरी कारकों से लगातार प्रेरित होकर लक्ष्य की और अग्रसर रहता है |
( Types of motivation )
1- आंतरिक अभिप्रेरण 
आंतरिक अभिप्रेरण का अर्थ होता है जब motivation  की शक्ति हमारे अन्दर से ही आती है
तथा किसी कार्य को हम खुद की इच्छा से करना चाहें तो यह आंतरिक अभिप्रेरण कहलाता है |
उदाहरण : खुद को सबसे बहतर खिलाड़ी बनाने के लिए खुद से मेहनत करना 
2- बाह्य अभिप्रेरण 
बाह्य अभिप्रेरण का अर्थ होता है जब हमें motivation  की शक्ति बाहर से किसी व्यक्ति द्वारा मिले तो इसे बाह्य अभिप्रेरण कहा जाता है |
उदाहरण : trophy  देना, बदनामी के डर से मेहनत करवाना  
( Motivation (अभिप्रेरण) की तकनीकें )
पुरस्कार दिया जाए 
नकद पैसे जाएँ
खिलाड़ी की बहुत प्रशंसा की जाए
अगर किसी खिलाड़ी के खेल को सीधा प्रसारण (live telecast)  कर के दिखाया जाए तो वह खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करने के लिए motivate  हो सकता है क्योंकि इससे वह famous  होगा |
खिलाड़ी को खेलने से पहले जोश से भरे गीत सुनाएं जाएँ
( Aggression  आक्रमकता- खेलों में आक्रमकता )
आक्रमकता को गुस्सा आना भी कहते हैं, अक्सर खेलों में खिलाड़ी को गुस्सा आ सकता है जिसके कारण वह दूसरे खिलाड़ी को नुकसान भी पहुंचा सकता है
प्रकार
1- शत्रुतापूर्ण आक्रमकता 
2-  सहायक आक्रमकता 
3- मुखर आक्रमकता 
( शत्रुतापूर्ण आक्रमकता )
इसका अर्थ होता है 
सामने वाले खिलाड़ी को शत्रु समझकर जान बूझ कर उसके शरीर को आक्रमक होकर नुकसान पहुँचाना
( सहायक आक्रमकता )
यह ऐसी आक्रमकता होती है जिसमे किसी दूसरे खिलाड़ी को जानबूझकर कोई शारीरिक नुकसान नहीं पहुँचाया जाता
और आक्रमकता का उद्द्देश्य बस दूसरे खिलाड़ी का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करना होता है | 
( मुखर आक्रमकता )
यह ऐसी आक्रमकता होती है जिसमे मौखिक रूप से कुछ ऐसे शब्द बोले जाते हैं
जो सामने वाले खिलाड़ी को गुस्सा दिलवाते हैं
तथा मनोवैज्ञानिक रूप से उसे नुकसान पहुँचता है | 

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