Geography ( भुगोल ) Class 10th Chapter- 3rd ( विनिर्माण उद्योग ) ( Manufacturing Industries ) Notes in Hindi

Geography ( भुगोल ) Class 10th Chapter- 3rd ( विनिर्माण उद्योग ) ( Manufacturing Industries ) Notes in Hindi

Very Short Answer

प्रश्न 1. विनिर्माण ( Manufacturing ) क्या है ? 
उत्तर : मशीनों का प्रयोग करके बड़े पैमाने पर वस्तुओं के उत्पादन को विनिर्माण कहते हैं । 

प्रश्न 2. भारत की अधिकांश जूट मिलें पश्चिम बंगाल में स्थित होने के कोई दो कारण बताइए । 
उत्तर : भारत की अधिकांश जूट मिले पश्चिम बंगाल में स्थापित होने के कारण इस प्रकार हैं : 
1. यहाँ जूट उत्पादक क्षेत्रों की निकटता है । 
2. सस्ते एवं बड़ी संख्या में श्रमिक मिल जाते हैं ।

 प्रश्न 3. उद्योगों की स्थिति को प्रभावित करने वाले किन्हीं तीन भौतिक कारकों ( Physical factors ) के नाम बताओ । 
 उत्तर : 1 . कच्चे माल की उपलब्धता ।
  2. शक्ति के संसाधनों की उपलब्धता । 
  3. अनुकूल जलवायु । 

प्रश्न 4. भारत में सूती कपड़े का आधुनिक उद्योग कय प्रारंभ हुआ ? 
उत्तर : भारत में सूती कपड़े की पहली मिल कोलकाता के निकट फोर्ट गलोस्टर में स्थापित की गई थी । लेकिन इस उद्योग का वास्तविक प्रारंभ 1854 में हुआ जब मुंबई में सूती मिल की स्थापना पूरी तरह भारतीय पूंजी से की गई ।

 प्रश्न 5. सूती कपड़ा उद्योग का कुल घरेलू उत्पाद में क्या योगदान है ? 
 उत्तर : सूती कपड़ा उद्योग का कुल घरेलू उत्पाद में 4 प्रतिशत योगदान है । इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि उद्योगों के मूल्य अधिवृद्धि में इस उद्योग का 20 प्रतिशत योगदान है । 
 
प्रश्न 6. सूती कपड़े का उत्पादन मुख्य रूप से किन क्षेत्रों में होता है ? 
उत्तर : सूती कपड़े का उत्पादन मुख्य रूप से निम्नलिखित तीन क्षेत्रों में होता है : मिल , शक्ति चालित करघा तथा हथकरघा । इनका सम्मिलित योगदान देश के कुल कपड़ा उत्पादन का 98.5 प्रतिशत है ।


 प्रश्न 7. भारत में पहली पटसन मिल कब और कहाँ स्थापित की गई ? 
 उत्तर : 1855 में कोलकाता में । 
 
प्रश्न 8. इस समय भारत में सीमेंट का वार्षिक उत्पादन कितना है ? 
उत्तर : भारत में 10 करोड़ टन सीमेंट का वार्षिक उत्पादन होता है । 

प्रश्न 9. भारत के दो महत्वपूर्ण चीनी उत्पादक राज्यों उत्तर .:
उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र चीनी उत्पादक दो महत्वपूर्ण राज्य हैं । 

प्रश्न 10- निर्माण उद्योग का क्या महत्त्व है ? 
उत्तर : 1. ये लोगों को रोजगार देते हैं ।
2. ये कृषि पर निर्भरता को कम करते हैं ।

प्रश्न 11. सूती वस्त्र उद्योग के लिए आवश्यक कच्चा माल क्या है ? 
उत्तर : सूती वस्त्र उद्योग के लिए कच्चा माल कपास है जो भारत के खेतों में पैदा की जाती है । के नाम बताइए । 

Short Answer

प्रश्न 1. उद्योग किस प्रकार कृषि क्षेत्रक को प्रोत्साहित करते हैं ?
उदाहरणों सहित स्पष्ट कीजिए । ( CBSE 2015 )
उत्तर : ( 1 ) कृषि एक उत्पादक है जबकि उद्योग प्रसंस्करणकर्ता और क्रेता है । 
( 2) उद्योग कृषि क्षेत्र को रासायनिक उर्वरक, औजार और मशीनों की आपूर्ति करता है । 
( 3 ) औद्योगिक विकास के कारण ही कृषि उत्पादन बढ़ाने वाले अनेक अनुसंधान और प्रयोगशाला परीक्षण संभव हो पाए हैं । 
( 4 ) कृषि उत्पादों का परिवहन करने वाले वाहन यथा रेलगाड़ी तथा ट्रक आदि का विनिर्माण उद्योग ही करते हैं ।

प्रश्न 2. महाराष्ट्र तथा गुजरात में सूती वस्त्र उद्योग केन्द्रित होने के क्या कारण हैं ? 
उत्तर : 1. कच्चे माल की उपलब्धता ( Availabiliyal raw material ) : बड़े पैमाने पर कपास उत्पादन तथा दी परिवहन सुविधाओं के कारण वहाँ कच्चे माल की आपूर्ति निरंक बनी रहती है ।
 2. अनुकूल जलवायु ( Favourable Climate ) और पाला रहित जलवायु के कारण कपास का उत्पादन वा पैमाने पर होता है । धागे की कताई और वस्त्रों की बुनाई के लिए यहाँ का मौसम बहुत अनुकूल है । 
 3.पूजी की उपलब्धता ( Availability of Cupital ) : उठाग की स्थापना के लिये पूजी की आवश्यकता होती है नों राज्य भारत के धनी राज्य हैं । यहाँ पर्याप्त पूंजी उपलब्ध है ।
 4.विकसित परिवहन ( Developed Transportation ) : विकसित परिवहन प्रणाला तथा महाराष्ट्र और गुजरात में बंदरगाह सुविधा उद्योग को स्थापना में सहायक है । बाजार की निकटता ( Nearness to Market ) : बाजार यौपता दूसरा महत्त्वपूर्ण कारक है क्योंकि यहाँ की गर्म तथा जलवायु में सूती वस्त्र पहनना उपयुक्त रहता है ।

 प्रश्न 3. “ कृषि औद्योगिक क्षेत्रक को प्रोत्साहित करती कथन के पक्ष में तर्क दीजिए । ( CBSE 2015 ) 
उत्तर : (1) कृषि प्राथमिक उत्पाद प्रदान करती है जबकि डाग इनका प्रसंस्करण करते हैं ।
(2) जिस तरह एक पेड़ की सभी शाखाओं को उसकी जड जन की आपूर्ति करती है ठीक उसी तरह कृषि ही निर्माण द्योगों को कच्चा माल प्रदान करती है । 
( 3) कृषि द्वारा कच्चे माल की आपूर्ति किए जाने से हो उद्योग अस्तित्व में है ।
( 4) उद्योगों में कार्यरत लोगों को भोजन, वस्त्र और आश्रय आदि सभी कुछ कृषि द्वारा ही प्रदान किया जाता है। 

प्रश्न 4. सीमेंट उद्योग की स्थापना कहाँ की जाए कि वह आर्थिक रूप से लाभदायक रहे ? 
उत्तर : सीमेंट उद्योग में चूना पत्थर, सिलिका, एलूमिना, जिप्सम तथा कोयला जैसे वजनदार और अत्यधिक मात्रा के कच्चे माल का प्रयोग होता है । इस दृष्टि में इन इकाइयों को उस स्थान पर लगाया जाए जहाँ ये सभी वस्तुएँ आसानी से उपलब्ध हो जाएँ । इसलिये गुजरात प्रमुख रूप से इस उद्योग के लिए अनुकूल है जहाँ पर यह उद्योग काफी विकसित है । 


प्रश्न 5. विनिर्माण उद्योग किसे कहते हैं ? इसे विकास की रीढ़ की हड्डी क्यों समझा जाता है ? कारण की विवेचना कीजिए । ( CBSE 2015 )
 उत्तर : कच्चे माल को अधिक मात्रा में मूल्यवान वस्तुओं में बदलने की प्रक्रिया को विनिर्माण कहा जाता है । कारण : ( 1)किसी देश की अर्थव्यवस्था और लोगों के जीवन में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं । 
 (2) दैनिक आवश्यकताओं को पूरा करते हैं ।
 (3) घरतुएँ देश - विदेश में येचकर विदेशी मुद्रा कमाई जा सकती है । 
( 4 ) जिससे राष्ट्रीय धन में वृद्धि होती है । 

प्रश्न 6. निजी क्षेत्र तथा सार्वजनिक क्षेत्र में अंतर बतायें । उत्तर : निजी क्षेत्र ( Private Sector )
 (1 ) उद्योग जो व्यक्ति अथवा व्यक्तियों के समूह द्वारा स्थापित किए जाते हैं । 
 (2)निजी क्षेत्र के उद्योगों का प्रमुख उद्देश्य लाभ कमाना है
 (3 ) निजी उद्योग कड़ी स्पर्धा के साथ चलते हैं जैसे जापान, यू . एस . ए में
 (4) उदाहरण : टाटा लौह इस्पात संयंत्र । 
  सार्वजनिक क्षेत्र ( Public Sector )
  (1) उद्योग जिनका प्रबन्धन समुदाय या सरकार के पास होता है उन्हें सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योग कहते हैं ।
  (2 ) सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योग देश तथा जनता की भलाई को ध्यान में रखते हैं ।
  (3)सार्वजनिक क्षेत्र सामाजिक ढाँचे के अनुसार चलता है जैसे भारत में 
  (4) उदाहरण : भिलाई लेह इस्पात संयंत्र । 

Long Answer

 प्रश्न 1. स्वामित्व के आधार पर उद्योगों का वर्गीकरण ।  अथवा ( ( Imp  ) )
 सार्वजनिक क्षेत्र तथा निजी क्षेत्र के उद्योगों में अंतर : करें । उत्तर : स्वामित्व के आधार पर उद्योगों का निम्न तरह से करण किया जा सकता है : 
  (1) सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योग ( Public Sector ustries ) : उद्योग जो सरकार या उसकी किसी एजेन्सी चलाये जाते हैं सार्वजनिक क्षेत्र के उद्योग कहलाते हैं । हरण : भारतीय रेल, भिलाई लोहा - इस्पात संयंत्र आदि । ( 2) निजी क्षेत्र के उद्योग ( Private Sector Industries ) : 
   गजो एक व्यक्ति या फर्म द्वारा चलाए जाते हैं . उन्हें निजी क्षेत्र के उद्योग कहते हैं । उदाहरण के लिए : रिलायन्स पेट्रोकेमिकल्स, भारत कपड़ा मिल आदि निजी क्षेत्र के उद्योग हैं । 
  (3) संयुक्त क्षेत्र के उद्योग ( Joint Sector Industries ) : उद्योग जिनका स्वामित्व राज्य और कुछ लोगों अथवा निजी फर्मों के साझे में होता है, संयुक्त क्षेत्र के उद्योग कहलाते हैं । ऑयल इंडिया लिमिटेड इसका उदाहरण है । 
  (4) सहकारी क्षेत्र के उद्योग ( Cooperative Sector Industries ) : उद्योग जिनका स्वामित्व एवं प्रबंधन एक समूह के लोगों के हाथों में होता है जो मुख्यतः उस उद्योग के कच्चे माल के उत्पादक होते हैं तथा उद्योग को चलाने में एक दूसरे की मदद करते हैं । ऐसे उद्योग को सहकारी उद्योग कहते हैं । उदाहरण- चौनी उद्योग 

प्रश्न 2. ' पर्यावरणीय नधीनीकरण सर्वत्र विखाई पड़ता है । ' किन्हीं तीन मूल्यों की व्याख्या कीजिए जो पर्यावरणीय निम्नीकरण की रोकथाम में सहायक हो सकते हैं । ( CBSE 2014
 उत्तर : संपूर्ण विश्व उनकी प्रगति के आधार पर तीन मुख्य वर्षों में वर्गीकृत किया जाता है :
  ( 1 ) अविकसित राष्ट्र .
   ( 2 ) विकासशील राष्ट्र तथा 
   ( 3 ) विकसित राष्ट्र । 
वर्तमान समय में राष्ट्रों के केवल दो ही समूह है : 
विकासशील राष्ट्र एवं विकसित राष्ट्र । दोनों प्रकार के राष्ट्रों में जनसंख्या निरंतर बढ़ती जा रही है । अत : वे अपनी आवश्यकता की पूर्ति के लिए तथा रोजगारों की प्रगति हेतु नये - नये उद्योग स्थापित कर रहे हैं । उद्योगों की स्थापना के लिए कच्चा सामान , श्रम तथा भूमि को 
आवश्यकता होती उद्योगों की स्थापना के लिए भूमि की आवश्यकता होती है जो वनों को काट कर पूरी की जाती है । इससे राष्ट्र निवनीकरण के प्रभाव से ग्रस्त होता जाता है । 
पर्यावरण के निम्नीकरण की रोकथाम के उपाय : 
हमें उद्योगों एवं जीवन के सभी क्षेत्रों में यथासंभव ऊर्जा की निम्नकरणीय विधियों का अधिकतम प्रयोग किया जाना चाहिए । इसके अंतर्गत सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा, विद्युत ( जल कजा ) एवं रासायनिक ऊर्जा का अधिकतम प्रयोग करना चाहिए जिससे वायुमंडल प्रदूषित नहीं होता 
साथ ही इनका मूल्य भी कम होता है । 
साथ ही हमें घरों वाहनों एवं उद्योगों को LPG तथा CNG का अधिकतम प्रयोग करना चाहिए ।
 (1) हमें निवनीकरण पर प्रतिबंध लगाकर वृक्षारोपण को प्रोत्साहन देना चाहिए ।
( 2) हमें जनसंख्या पर नियंत्रण रखना चाहिए जिससे सभी को समान रूप से भोजन, स्वास्थ्य लाभ एवं शिक्षा प्राप्त हो सके तथा पर्यावरण निम्नीकरण को रोका जा सके

 प्रश्न 3. ' कृषि और उद्योग एक - दूसरे के पूरक हैं । इस कथन का तीन उदाहरणों सहित विश्लेषण कीजिए । ( CBSE Delhi 2013 )
 उत्तर : कृषि एक प्राकृतिक उत्पादक संसाधन है जबकि उद्योग कृत्रिम उत्पादक संसाधन है । कृषि में खेतों में बीजों को बाकर उनके उगने हेतु आवश्यक पदार्थों जैसे - खाद , जल कीटाणुनाशक दवायें आदि का प्रयोग करके उन्हें उगाया जाता है । पालतू पशुओं का चारा भी कृषि 
 से प्राप्त किया जाता है । ये पश भी उत्पादन में सहायक हायक होते हैं । ये हमें दूध भी प्रदान करते हैं । कृषि में उद्योगों के लिए कच्चा पदार्थ भी प्राप्त किया जाता है । उदाहरणार्थ :  उद्योगों में कच्चा लोहा प्रयोग किया जाता है जिससे अनेकों प्रकार के औजार तैयार किये जाते हैं । 
 इन औजारों का उपयोग कृषि कार्यों में किया जाता है । इनमें खुपी, कुदाल, हसिया, फावड़ा, हल की फाली, दराँती, बेलचा, आरी, श्रेसर, फव्वाय आदि प्रमुख है । 
 ट्रक , आटो रिक्शा, साइकिल, बस, कार रिचा ये सभी  तृतीपक क्षेत्र है।
 पशुओं का गोबर, कृषि का कचरा आदि बनाने में प्रयोग किए जाते हैं । इससे उत्पन्न ऊर्जा प्रकारामा द्वारा प्राकृतिक पर्यावरण और संसाधनों के संरक्षण के लिए । 

प्रश्न 4. राष्ट्रीय ताप विद्युत कॉर्पोरेशन ( एनटीपीसी ) । अपनाए गए अग्रसक्रिय दृष्टिकोण ( नीति ) की व्याख्या करें।
उत्तर : राष्ट्रीय ताप विद्युत गृह कॉपरेिशन भारत म विपुर । प्रदान करने वाली मुख्य निगम है । इसके पास पर्यावरण प्रबंधन E.M.S. ) 14001 के लिए आई.एस.ओ. ( ISO ) प्रमाण - पत्र आदि ईंधनों के संरक्षण पर बल देता है । अपनी नीति के अनुसार रूप में प्रयोग होते है । पकाने तथा लघु उद्योगों में प्रयोग की जाती है । कीजिए । यह निगम प्राकृतिक पर्यावरण और जल विद्युत, खनिज तेल ही यह विद्युत संयंत्रों की स्थापना करता है । इस निगम निर्धारित नीति इस प्रकार है : 
(1) नई - नई तकनीकों पर आधारित उपकरणों का उचित उपयोग करके तथा प्रचलित उपकरणों में सुधार लाना । 
( 2) अधिक - से - अधिक राख का प्रयोग करके अपरिर पदार्थों को कम करना । 
पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने के लिए हरित के में वृद्धि करना तथा उसकी सुरक्षा करना । 

प्रश्न 5. लोहा - इस्पात उद्योग छोटा नागपुर पठार पर ही क्यों केन्द्रित है ? ( V. Imp ) अथवा
जमशेदपुर में लोहा - इस्पात उद्योग के स्थानीयकरण के लिए अनुकूल दशाओं का वर्णन करें ।
उत्तर : कच्चा माल ( Raw Material ) : लोहा तथा इसाद उद्योग के लिए प्रमुख कच्चा माल है : लौह अयस्क , चूना पत्या तथा कोकिंग कोयला ।
स्थिति ( Location ) : लोहा - इस्पात उद्योग के जमशेदपुर अथवा छोटा नागपुर पठार के आस - पास ( पश्चिम बंगात, झारखंड, उड़ीसा, छत्तीसगढ़ ) स्थापित होने के कारण निम्नलिखित है
 1. उच्च कोटि का हेमेटाइट लोहा सिंहभूम ( झारखंड ) तथा मयूरभंज ( उड़ीसा ) से प्राप्त होता है ।
 2. दामोदर पाटी निगम से ऊर्जा प्राप्त होती है जो झरिया और रानीगंज खनन क्षेत्रों के समीप है । 
 3. चूना पत्थर और डोलोमाइट उड़ीसा में सुन्दरगढ़ में प्राप्त होता है । 
 4. मैंगनीज उड़ीसा के क्योंझर जिले से प्राप्त की जाती है । 5. यहाँ पर परिवहन के साधन रेल मार्ग तथा सड़क मार्ग सुविकसित हैं । 

प्रश्न 6.उद्योगों द्वारा जलराशियाँ कैसे प्रदूषित होते है? 
उत्तर : 1 , जल प्रदूषण का कारण है लिक और अजैविक औद्योगिक कचरा तथा उपयोगों से निकला गंदा पानी जो नदियों में करता है । 
2. प्रमुख जल प्रदूषक हैं : रंग, डिटरजेंट, एसिड और नमक । 
3. भारी धातुएँ जैसे सीसा तथा पारा, कीटनाशक, रासायनिक मारक भी प्रदूषण का कारण हैं तथा कृत्रिम रसायन जिनमें कार्बन, प्लास्टिक तथा रबर सम्मिलित हैं बिना उपचारित किए मंदियों में प्रवाहित होता है ।
4. . ठोस अपशिष्ट पदार्थ जैसे फोसफो जिप्सम तथा लोहा और इस्पात उद्योग की गंदगी आदि । 
5. अणुशक्ति केन्द्र से कचरा । 
6. हानिकारक रसायन और औद्योगिक कचरे का खुले मैदान में फेंकना जिस पर वर्षा जल बहकर नदी में तथा भूमि में प्रवेश करता है जिससे भूमिगत जल प्रदूषित हो जाता है ।

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