Class 12th Physical education chapter- 9th Term-2 ( मनोविज्ञान और खेल ) Important question

Class 12th Physical education chapter- 9th Term-2 ( मनोविज्ञान और खेल ) Important question

व्यक्तित्व शब्द लैटिन शब्द परसोना (Persona) से लिया गया है, जिसका अर्थ है फ्मुखौटाय् अर्थात् व्यक्तित्व वह मुखौटा है जिसे लगा कर व्यक्ति अपने वातावरण के सम्पर्क में आता है। किसी भी व्यक्ति के व्यक्तित्व में उसके शारीरिक गुण, मानसिक गुण, सामाजिक गुण, भावनात्मक गुण, रुचियाँ, व्यवहार, योग्यताए आदि सभी विशेषताएं शामिल होती हैं। जिनके साथ व्यक्ति अपने वातावरण के सम्पर्क में आता है।

व्यक्तित्व के पाँच बड़े सिद्वान्त

  • इस सिद्वान्त के अनुसार किसी भी व्यक्तित्व को आंकने के लिये 5 लक्षणों को आंकना चाहिए अर्थात् व्यक्तित्व का आंकलन 5 लक्षणों के आंकलन के आधार पर होता है।

बिग 5 लक्षण सिद्धान्त के अनुसार व्यक्तित्व के लक्षण

स्पष्टता संबंधी लक्षण

  • व्यवहारिक
  • कल्पनाशील
  • रुचि
  • बौद्धिक जिज्ञासा की चाह
  • रचनात्मक
  • भावना

कर्तव्य निष्ठा संबंधी लक्षण

  • जीवन की चुनौतियों के साथ सक्षम
  • आत्मानुशासन
  • कर्तव्यनिष्ठा
  • दूसरों पर निर्भरता
  • कठोर परिश्रम
  • महत्वाकांक्षा

बहिर्मुखी संबंधी लक्षण

  • ऊर्जा
  • सकारात्मक
  • भावना
  • सवीकारआत्मक
  • मिलनसार
  • बातूनी
  • स्नेह
  • मित्रता पूर्ण

सहमता संबंधी लक्षण

  • सहयोग
  • अवस्थित
  • उदार

मनोविक्षुब्धता सम्बन्धी लक्षण

  • गुस्सा
  • अवसाद
  • चिंता

1. हर्बर्ट शेल्डन द्वारा दिए गए व्यक्तित्व के वर्गीकरण का  विस्तारपूर्वक वर्णन कीजिए ?

  1. शेल्डन एक वैज्ञानिक था जिसने शरीर का वर्गीकरण 3 भागों में किया, इन्होने व्यक्तित्व को शरीर की बनावट के अनुसार बांटा :-

( वर्गीकरण )

  • एक्टोमॉर्फ 
  • मेसोमोर्फ 
  • एंडोमॉर्फ़ 

i) एक्टोमॉर्फ

  • इन लोगों का शरीर दुबला पतला तथा कमज़ोर होता है
  • और कंधे पतले होते हैं और इनके शरीर का weight  भी बहुत कम होता है 
  • और ऐसे लोग ज्यादा सोचते रहते हैं और बहुत तनाव में रहते हैं |

ii)  मेसोमोर्फ 

  • इन लोगों का शरीर हट्टा कट्टा तथा ताकतवर होता है
  • और इनके कंधे बहुत चौड़े तथा मजबूत होते हैं इनकी छाती भी बहुत बड़ी होती है 
  • और इनकी कमर पतली होती है इन लोगों में बहुत energy  होती है |

iii)  एंडोमॉर्फ़ 

  • इन लोगों का शरीर गोल मटोल और मोटा होता है , इनके शरीर में fat  बहुत ज्यादा होता है 
  • और ऐसे लोग ज्यादातर मजाक करते रहते हैं इनका शरीर बहुत कोमल होता है
  • ये लोग आराम करना ज्यादा पसंद करते हैं |

2. कार्ल.जी जुंग के व्यक्तित्व के वर्गीकरण का वर्णन कीजिए ?

कार्ल.जी जुंग द्वारा दिया गया व्यक्तित्व का वर्गीकरण निम्नलिखित है :-

( वर्गीकरण )

  • अंतर्मुखी 
  • बहिर्मुखी 
  • उभयमुखी 

i) अंतर्मुखी 

  • ये ऐसे लोग होते हैं जो अकेलापन पसंद करते हैं तथा दूसरे लोगों के साथ ज्यादा बातें करना तथा रहना पसंद नहीं करते
  • ऐसे लोग ज्यादातर शांत रहते है और ये सोच समझकर अपनी बातें बोलते हैं |

ii) बहिर्मुखी 

  • ये ऐसे लोग होते हैं जो बहुत ज्यादा सामाजिक होते हैं तथा सभी से मिलना जुलना तथा बातें करना पसंद करते हैं
  • और ये लोग किसी से भी बात करने में शरमाते नहीं हैं
  • और सभी के साथ मिलजुलकर काम करना पसंद करते हैं |

iii) उभयमुखी 

  • ये ऐसे लोग होते हैं जिनमे अंतर्मुखी तथा बहिर्मुखी दोनो के गुण पाए जाते हैं 
  • और ये लोग थोड़े दोस्त बनाना पसंद करते हैं | 

2- आंतरिक अभिप्रेरण तथा बाह्य अभिप्रेरण में अंतर स्पष्ट कीजिए तथा अभिप्रेरण की तकनीकों का विस्तार से वर्णन कीजिए ?

( आंतरिक अभिप्रेरण )

  • आंतरिक अभिप्रेरण का अर्थ होता है जब motivation  की शक्ति हमारे अन्दर से ही आती है तथा किसी कार्य को हम खुद की इच्छा से करना चाहें तो यह आंतरिक अभिप्रेरण कहलाता है |
  • उदाहरण : खुद को सबसे बहतर खिलाड़ी बनाने के लिए खुद से मेहनत करना 

( बाह्य अभिप्रेरण )

  • बाह्य अभिप्रेरण का अर्थ होता है जब हमें motivation  की शक्ति बाहर से किसी व्यक्ति द्वारा मिले तो इसे बाह्य अभिप्रेरण कहा जाता है |
  • उदाहरण : trophy  देना, बदनामी के डर से मेहनत करवाना  

 Motivation (अभिप्रेरण) की तकनीकें 

  • अगर किसी खिलाड़ी को अच्छा प्रदर्शन करने पर पुरस्कार दिया जाए या फिर नकद पैसे दिए जाएँ तो वह भविष्य में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए motivate  हो जाता है |
  • अगर किसी खिलाड़ी की बहुत प्रशंसा की जाए तो इससे भी उसे आगे अच्छा प्रदर्शन करने के लिए motivation  मिलता है |
  • अगर किसी खिलाड़ी के खेल को सीधा प्रसारण (live telecast)  कर के दिखाया जाए तो वह खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करने के लिए motivate  हो सकता है क्योंकि इससे वह famous  होगा |
  • अगर किसी खिलाड़ी को खेलने से पहले जोश से भरे गीत सुनाएं जाएँ तो वह खिलाड़ी खेल में अच्छा प्रदर्शन देने के लिए motivate  हो सकता है |  जैसे : राष्ट्रीय गान चलाना |
  • अगर किसी खिलाड़ी के खेलते समय stadium  में दर्शकों की संख्या ज्यादा होती है तो वह खिलाड़ी अच्छा खेल खेलने के लिए motivate  हो जाता है तथा अच्छा प्रदर्शन देता है |
  • अगर खिलाड़ी खुद में विश्वास रखे और उसे समझाया जाए की तुम भी हर चीज़ कर सकते हो तो वह खिलाड़ी motivate  हो जाता है |

( अवधारणा:- ) 

  • आक्रामकता की अवधारणा को जानना बहुत आवश्यक है क्योंकि आक्रामकता के प्रभावी ज्ञान से हम इसके सैद्धांतिक मॉडल पर ठीक से हस्तक्षेप तथा इसकी रोकथाम कर पायेंगे।
  • मनौवेज्ञानिकों ने इसकी अलग-अलग विवेचना की है। वृत्ति के सिद्धांत (Instinct Theory) के अनुसार आक्रामकमता जन्मजात भावना है, सामाजिक सिद्धांत (वबपंस जीमवतल) के
  • अनुसार यह सीखी जाती है, कुंठा (तिनेजतंजपवद) सिद्धांत के अनुसार, कुंठा होने के कारण ही, आक्रामकता जन्म लेती है।

( शत्रुतापूर्ण आक्रामकता:- )

  • कोई भी शारीरिक व्यवहार जिसका एक मात्र लक्ष्य किसी दूसरे खिलाड़ी को शारीरिक रूप से जानबूझ कर नुकसान पहुचाना होता है, उदाहरण के लिये जानबूझ कर किसी खिलाड़ी को हॉकी स्टिक से घायल करना।

( बाह्म आक्रामकता:- )

  •  कोई भी शारीरिक व्यवहार जिससे किसी दूसरे खिलाडी को शारीरिक रूप से नुकसान पहुँचता हो परन्तु यह व्यवहार जानबूझ कर न किया गया हो अपितु उच्चतम प्रदर्शन की प्राप्ति के लिये किया गया हो। उदाहरण के लिये हॉकी स्टिक से अनजाने में किसी दूसरे खिलाडी का घायल होना।

( मुखर व्यवहार आक्रामकता: )

  • वह मौखिक व्यवहार जिससे किसी खिलाडी को मनोवैज्ञानिक नुकसान पहुँचाया जाता है मुखर व्यवहार आक्रमकता कहलाता है। मुखर व्यवहार हमेशा नियमों के दायरे में रह कर किया जाता है उदाहरण, के लिये क्रिकेट खेलते समय बोले जाने वाली टिप्पणियाँ।

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