भौगोलिक परिप्रेक्ष्य में चयनित कुछ मुद्दे एवं समस्याएं ( भूगोल) Book -2 Chapter- 10th Geography Class 12th ( Geographical perspective on selected issues and problems ) Notes in Hindi
Introduction
इस अध्याय में हम कुछ भौगोलिक समस्याओं के बारे में पढ़ने वाले हैं |
इसमें हम प्रदूषण के विभिन्न प्रकारों के बारे में पढ़ने वाले हैं
इसमें हम भारत की कुछ प्रदूषित बस्तियों के बारे में पढ़ने वाले है एवं अंत में हम पढेगे इस प्रदूषण
से हम कैसे निपट सकॅते हैं
पर्यावरण प्रदूषण
1- जल प्रदूषण
2- वायु प्रदूषण
3- जल प्रदूषण ध्वनी प्रदूषण
4- भू - प्रदूषण
जल प्रदूषण
बढती हुई जनसँख्या और उद्योगों के विस्तार के कारण जल की गुणवता का बहुत तेजी से निम्नीकरण और ह्रास
हुआ है, नदियों, नहरों, झीलों एवं तालाबों आदि में उपलब्ध जल अब शुद्ध नहीं रह गया है
इसमें धीरे धीरे प्रदूषित कण समाहित होते जा रहे हैं, जब जल में इन पदार्थो की मात्रा बढ़ जाती है तो जल
प्रदूषित हो जाता है और यह उपयोग योग्य नहीं रह जाता
( प्राकृतिक स्रोत )
1- अपरदन
2- भूस्खलन
3- मृत पशु
( मानवीय स्रोत )
1- औद्योगिक कचरा
2- नदियों में कचरा बहाना
3- कीटनाशक
4- नाभिकीय ऊर्जा संयंत्र
( धार्मिक स्रोत )
1- तीर्थ यात्राएं
2- मेले
3- पर्यटन
4- शव जलाना/ बहाना
जल प्रदूषण से बीमारियाँ
1- दस्त (डाइरिया)
2- आंतो में कीड़े
3- हेपेटाइटिस
वायु प्रदूषण
वायु प्रदूषण को धूल, धुआं, गैसे, कुहासा, दुर्गन्ध की वायु में वृद्धि के रूप में देखा जाता है, जिससे की
वायु मनुष्य के श्वसेन के योग्य नहीं रहती और यह मनुष्य के लिए हानिकारक हो जाती है |
ऊर्जा के स्त्रोत के रूप में विभिन्न प्रकार के इंधनों के प्रयोग में वृद्धि के साथ, पर्यावरण में फैले धुंए और गैसों
के कारण वायु प्रदूषित होती है |
[ प्रमुख हानिकारक गैसें ]
सल्फर के ऑक्साइड, नाइट्रोजन, ऑक्साइड, कार्बोन मोनो ऑक्साइड
हाइड्रो कार्बन, अमोनिया, सीसा
[ प्रमुख बीमारियाँ ]
श्वसन सम्बन्धी रोग
रक्त संचारतंत्र सम्बन्धी रोग
तंत्रिका तंत्रीय रोग
ध्वनी प्रदूषण
अर्थ
विभिन्न स्त्रोतों से उत्पन्न ध्वनी मानव की सहन सीमा से अधिक तथा असहज होना ही ध्वनी प्रदूषण है |
[ स्रोत ]
उद्योग
तोड़फोड़
तेज आवाज वाले वाहन
Horn
लाउडस्पीकर
धवनी प्रदुषण के सभी स्रोतों में से रेलगाड़ी तथा
हेलिकॉप्टर का
शोर अधिक है
उद्योगों में चलने वाली मशीनों से भी ध्वनी प्रदुषण होता
भारत में बहुत से बड़े शहरो तथा महानगरो में ध्वनी प्रदूषण
बहुत ज्यादा हैं।
नगरीय अपशिष्ट निपटान
1- नगरिया कूड़ा करकट को अलग करने में समस्या आती है क्योंकि सब्जियां, धातु, शीशा आदि एक साथ फेंका जाता है
2- नगरी कूड़ा करकट के भराव स्थल की समस्या आती है क्योंकि कचरा बहुत ज्यादा होता है
3- नगरिया कूड़ा करकट से बदबू तथा महामारी फैलती है
4- नगरिया कूड़ा करकट से जल तथा वायु प्रदूषण होता है
ग्रामीण - शहरी प्रवास
ग्रामीण क्षेत्रों से शहरों की ओर जनसँख्या का प्रवाह अनेक कारकों से प्रभावित होता है जैसे की नगरीय क्षेत्रों में
मजदूरों की अधिक मांग, तथा रोजगार के अधिक अवसर आदि |
भारत में, नगरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, चूँकि छोटे एवं मध्यम नगरों में रोजगार के कम अवसर
उपलब्ध होते हैं इसलिए, गरीब लोग ज्यादातर अपनी आजीविका के लिए इन शहरों को छोड़ कर सीधा
महानगरों में पहुँचते हैं |
गन्दी बस्तियों की समस्या
1- इनमे वे लोग रहते हैं , जिन्हें ग्रामीण क्षेत्रों से नगरीय क्षेत्रों में आजीविका की खोज में
प्रवासित होने के लिए मजबूर होना पड़ता है |
2- वे ऊँचे किराये और महंगी जमीन की कीमत के कारण अच्छे आवासों में नहीं रह पाते ,
फिर वो लोग निम्नीकृत क्षेत्रों पर कब्ज़ा कर लेते हैं |
3- यहाँ बहुत सी समस्या होती है :-
4- छोटे मकान, स्वास्थ्य की निम्न सुविधा, शिक्षा सुविधा का अभाव, खुली हवा का
अभाव, पेयजल का अभाव, भीड़ भाड़, संकरी गलियाँ, जल निकासी का अभाव
शोचालयों का आभाव
भू- निम्नीकरण
अर्थ- भूमि के उपजाऊपन का ह्रास
[ कारण ]
अत्यधिक सिंचाई
प्रदूषित जल से सिंचाई
चिमनीयो का धूंआ मिट्टी में मिलना
अम्लीय वर्षा