Class 12th Geography chapter 9th ( भारत के संदर्भ में नियोजन और सततपोषणीय विकास ) Term- 2 & Book 2nd Important questions

Class 12th Geography chapter 9th ( भारत के संदर्भ में नियोजन और सततपोषणीय विकास ) Term- 2 & Book 2nd Important questions

 1- नियोजन से क्या अभिप्राय है ?

  • किसी परियोजना को पूरा करने के लिए या अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए 
  • जो योजनाएं बनाते हैं उसे नियोजन कहा जाता है 
  • यह हर क्षेत्र में करना आवश्यक है

2- नियोजन के उपगमन बताइए ?

( अथवा )

नियोजन के प्रकार बताइए ?

( अथवा )

खंडीय नियोजन एवम प्रादेशिक नियोजन में अंतर स्पष्ट कीजिए ?

  • सामान्यत : नियोजन के दो उपागम होते हैं खंडीय नियोजन और प्रादेशिक नियोजन
  • खंडीय नियोजन - अर्थव्यवस्था के विभिन्न सेक्टर जैसे - कृषि, सिंचाई, विनिर्माण, ऊर्जा, 
  • निर्माण, परिवहन, संचार, सामाजिक अवसंरचना और सेवाओं के विकास के लिए कार्यक्रम बनाना तथा उन को लागू करना 
  • प्रादेशिक नियोजन - किसी भी देश में सभी क्षेत्रों में एक समान आर्थिक विकास नहीं हुआ है 
  • कुछ क्षेत्र बहुत अधिक विकसित है तो कुछ क्षेत्र पिछड़े हुए हैं 
  • विकास का यह असमान प्रतिरूप सुनिश्चित करता है कि नियोजक एक स्थानिक परिप्रेक्ष्य अपनाएं 
  • तथा विकास में प्रादेशिक असंतुलन कम करने के लिए योजना बनाएं 
  • इस प्रकार के नियोजन को प्रादेशिक नियोजन कहा जाता है

3- भारत के विकास में प्रादेशिक विषमताएं हैं ? इस कथन को उदाहरण द्वारा स्पष्ट करें ?

  • भारत के आंतरिक भागों की तुलना में तटीय प्रदेश अधिक निर्धन है 
  • व्यापारिक कृषि के क्षेत्र में विकास अधिक व्यापक है 
  • भारत में जनजातीय क्षेत्र अभी भी कम विकसित है 
  • भौतिक बाधाओं जैसे शुष्क जलवायु, ऊबड़ - खाबड़ पर्वतीय व पठारी भूमि तथा बाढ़ से पीड़ित क्षेत्र आदि पिछड़े हुए हैं 
  • भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में साक्षरता दर से भी काफी विषमताएं  हैं और स्त्रियों की साक्षरता दर में भी काफी भिन्नता है

4- इंदिरा गांधी नहर कमांड क्षेत्र में नहर द्वारा  सिंचाई के प्रारंभ होने से उसकी पारिस्थितिकी, अर्थव्यवस्था तथा समाज रूपांतरित हो गया इस कथन का विश्लेषण कीजिए ?

( अथवा )

नहर कमांड क्षेत्र में सिंचाई के लिए जल प्रदान करने में इंदिरा गांधी नहर का महत्व स्पष्ट कीजिए ?

  • चरण l के कमान क्षेत्र में सिंचाई की शुरुवात 1960 के दशक के प्रारंभ में हुई चरण II कमान क्षेत्र में सिंचाई की शुरुवात 1980 के दशक के मध्य में हुई नहर सिंचाई ने इस शुष्क क्षेत्र की पारिस्थितिकी, अर्थव्यवस्था और समाज को रूपांतरित कर दिया वनीकरण और चरागाह विकास कार्यक्रम से यहां की भूमि में हरियाली आई फसलों की पैदावार बढ़ने लगी यहां के पारंपरिक फसलों चना, बाजरा, ग्वार का स्थान अब गेहूं, कपास, मूंगफली और चावल ने ले लिया कृषि और पशुधन उत्पादकता में भी अत्यधिक वृद्धि हुई

5- भरमौर क्षेत्र के बारे में चर्चा कीजिए ?

  • भरमौर जनजातीय  क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश के चंबा जिले के दो तहसील भरमौर और होली शामिल है यह जनजातीय क्षेत्र है इस क्षेत्र में गद्दी जनजाति के लोग रहते हैं यह लोग ऋतु प्रवास करते हैं तथा इनकी भाषा गद्दीयाली है इस क्षेत्र की जलवायु कठोर है यह हिमाचल प्रदेश के आर्थिक और सामाजिक रूप से सबसे पिछड़े इलाके में से एक है यह लोग कृषि और भेड़, बकरी पालन करते हैं

6- भरमौर क्षेत्र के विकास के लिए क्या कदम उठाए गए एवम इनके क्या सामाजिक और आर्थिक प्रभाव पड़े स्पष्ट कीजिए  ?

( अथवा )

भरमौर में  समन्वित जनजातीय विकास परियोजना लागू होने से हुए सामाजिक लाभ की  विवेचना कीजिए ?

  • भरमौर क्षेत्र में समन्वित जनजातीय विकास परियोजना 
  • भरमौर जनजातीय क्षेत्र में विकास की प्रक्रिया 1970 के दशक में शुरू हुई यहां के लोगों के विकास के लिए समन्वित जनजाति विकास परियोजना शुरू की गई
  • इस योजना के अंतर्गत परिवहन तथा संचार , कृषि और उससे संबंधित क्रियाओं को प्राथमिकता दी गई 
  • इस क्षेत्र में जनजातीय समन्वित विकास योजना के तहत विद्यालय, जन - स्वास्थ्य सुविधा केंद्र, पेयजल सुविधा, सड़क सुविधा, संचार और विद्युत के रूप में विकास किया गया 
  • इस योजना के बाद साक्षरता दर में तेजी से वृद्धि हुई 
  • लिंगानुपात में सुधार हुआ 
  • बाल विवाह में कमी आई

7- इंदिरा गांधी नहर कमान क्षेत्र में सततपोषणीय विकास को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक कोई 5 उपाय बताइए ?

  • जल प्रबंधन नीति का कठोरता से क्रियान्वयन करना जल सघन फसलों को अधिक नहीं बोना चाहिए
  • किसानों को बागनी कृषि के अंर्तगत खट्टे फलों की खेती करनी चाहिए
  • कमान क्षेत्र में नालों को पक्का करना  
  • बहते जल की क्षति को कम करना वनीकरण, वृक्षों की रक्षण मेखला का निर्माण करना चारागाह का विकास करना

8- पहाड़ी क्षेत्रों के विकास के लिए नियोजन करते समय किन बातों का प्रमुखता से ध्यान दिया जाता है ?

  • पहाड़ी क्षेत्रों के विकास के लिए नियोजन के समय वहां की 
  • भू -आकृति, पारिस्थितिकी, सामाजिक और आर्थिक परिस्थितियों 
  • को ध्यान में रखा जाता है

9- इसके अतिरिक्त निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहता है –

  • सभी लोग लाभान्वित हो केवल प्रभावशाली अथवा साधन संपन्न लोगों को फायदा ना पहुंचे 
  • स्थानीय संसाधनों और प्रतिभाओं का विकास किया जा सके 
  • जीविका निर्वाह अर्थव्यवस्था को निवेश उन्नत बनाना 
  • पिछड़े क्षेत्रों की बाजार व्यवस्था में सुधार करना
  • श्रमिकों को लाभ पहुंचाना
  • पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखना

10- सूखा संभावित क्षेत्र विकास कार्यक्रम के बारे में चर्चा कीजिये ?

  • इस कार्यक्रम की शुरुआत चौथी पंचवर्षीय योजना में हुई इसका उद्देश्य सूखा संभावित क्षेत्रों में लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाना था 
  • पांचवी पंचवर्षीय योजना में इस कार्यक्रम के अंतर्गत अधिक श्रम की आवश्यकता वाले सिविल निर्माण कार्यों पर बल दिया ताकि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार दिया जा सके 
  • इसके अंतर्गत सिंचाई परियोजनाओं, भूमि विकास कार्यक्रम, वनीकरण, चरागाह विकास कार्यक्रम शुरू किए गए
  • गांवो में आधारभूत अवसंरचना, विद्युत, सड़कों, बाजार, ऋण सुविधाओं और सेवाओं पर बल दिया गया 

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