सत्ता के वैकल्पिक केंद्र- Class 12th CH-4th Political Science- South Asia and contemporary world
( South Asia ) – दक्षिण एशिया के प्रमुख देश
1) भारत
2) पाकिस्तान
3) बांग्लादेश
4) श्रीलंका
5) नेपाल
6) मालदीव
7) भूटान
सार्क ( SAARC ) में शामिल देश
1) भारत
2) पाकिस्तान
3) नेपाल
4) भूटान
5) मालदीव
6) श्रीलंका
7) बांग्लादेश
8) अफगानिस्तान ( 2007 में शामिल )
दक्षिण एशिया में शामिल देशो की समस्याए
1) संघर्षो वाला क्षेत्र.
2) सीमा विवाद.
3) नदी जल विवाद.
4) विद्रोह संघर्ष.
5) जातीय संघर्ष.
6) संवेदनशील इलाका.
दक्षिण एशिया के देशो में राजनीतिक प्रणाली कैसी है ?
पाकिस्तान और बांग्लादेश
लोकतंत्र तथा सैनिक शासन
भारत और श्रीलंका
लोकतंत्र
नेपाल और भूटान
राजतंत्र
दक्षिण एशिया में एक सर्वे कराया गया.
जिसमें लोकतंत्र सबकी पहली पसंद थी.
पाकिस्तान में सैनिक शासन और लोकतंत्र
पाकिस्तान में संविधान बनने के बाद शासन जनरल अयूब खान ने चलाया.
लेकिन जनता का गुस्सा भड़कने पर उन्हें पद छोड़ना पड़ा.
इसके बाद जनरल याहिया खान ने बागडोर संभाली.
इन्हीं के समय बांग्लादेश संकट वाली घटना सामने आई.
1971 में बांग्लादेश एक स्वतंत्र देश बना.
इसके बाद पाकिस्तान की बागडोर जुल्फिकार अली भुट्टो (1971-77) ने संभाली.
1977 में जनरल जियाउलहक ने इस सरकार को गिरा दिया.
1982 में जनरल जियाउलहक की सरकार को लोकतंत्र समर्थक आंदोलन का सामना करना पड़ा.
1988 में बेनजीर भुट्टो के नेतृत्व में लोकतांत्रिक सरकार बनी.
1999 में नवाज शरीफ को सत्ता से बेदखल करके परवेज मुशर्रफ आए.
इस प्रकार पाकिस्तान में कभी सैनिक शासन तो कभी लोकतंत्र सरकार आती रहती है.
पाकिस्तान में लोकतंत्र के स्थायी न रह पाने के पीछे क्या कारण है ?
यहाँ सेना, धर्मगुरूओ और भूस्वामी अभिजनो का दबदबा है.
पाक की भारत के साथ तनातनी रहती है.
राजनितिक दल भ्रष्ट है.
कोई अंतर्राष्ट्रीय समर्थन भी नहीं मिला है.
भारत-पाकिस्तान के बीच विवाद के मुख्य कारण
1) सीमा विवाद.
2) कश्मीर विवाद.
3) सरक्रीक रेखा विवाद.
4) आतंकवाद.
5) कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा.
भारत पाकिस्तान संघर्ष
पहला युद्ध – 1947 – 48 = कश्मीर मुद्दा
दूसरा युद्ध – 1965 = पाकिस्तानी आक्रमण
तीसरा युद्ध -1971 = बांग्लादेश संकट
चौथा युद्ध – 1999 = कारगिल संघर्ष
भारत पाकिस्तान के बीच चार युद्ध हुए लेकिन अभी भी कश्मीर मुद्दा अनसुलझा है.
भारत पकिस्तान के बीच तनातनी अभी भी बनी रहती है.
परमाणु परीक्षण.
1998 में भारत ने अपना परमाणु परीक्षण पोखरण में किया.
उसके बाद पाकिस्तान ने भी अपना परमाणु परीक्षण चगाई की पहाडियों में किया.
भारत और पाकिस्तान की सरकारे एक दुसरे पर इस प्रकार के आरोप लगाती है
भारत.
1) हिंसा की रणनीति जरी रखना
2) कश्मीर में आतंकवाद फैलाना
3) आतंकवादियों को धन, हथियार, प्रशिक्षण देना
खालिस्तान समर्थको को मदद करना.
पाकिस्तान.
भारत अपनी ख़ुफ़िया एजेंसी के
द्वारा सिंध और बलूचिस्तान
में समस्या को भड़काता है.
1960 में सिन्धु नदी जल बटवारा संधि हुयी
जिसे विश्व बैंक ने कराया था
ये संधि आज तक कायम है..
ताशकंद समझौता.
शिमला समझौता.
नेपाल
नेपाल भारत का पड़ोसी देश है.
नेपाल चारो ओर से स्थल से घिरा देश है.
नेपाल की 75 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या हिंदू है.
भगवान बुद्ध का जन्म नेपाल में हुआ.
नेपाल एक गरीब देश है.
राजतंत्र से लोकतंत्र.
नेपाल में राजतन्त्र से लोकतंत्र कैसे आया ?
नेपाल एक हिंदू राज्य था यहां कई वर्षों तक राजतंत्र रहा है.
यहां की जनता तथा राजनैतिक पार्टी एक उत्तरदाई शासन की मांग उठा रहे थे.
राजा ने सेना की सहायता से शासन पर नियंत्रण बना लिया था.
जिस से यहां लोकतंत्र की राह रुक गई.
जनता लोकतंत्र चाहती थीं.
इसलिए जनता ने लोकतांत्रिक सरकार की मांग के लिए आंदोलन का रास्ता आपनाया.
राजा ने बाध्य होकर 1990 में लोकतांत्रिक संविधान की मांग मानी.
1990 के दशक में नेपाल में माओवादी अपना प्रभाव जमा चुके थे.
राजा की सेना और माओवादियों के बीच हिंसक झड़प हुई.
राजा की सेना.
1) माओवादी 2) लोकतंत्र समर्थक
2002 में राजा ने संसद को भंग कर दिया.
जो थोडा बहुत लोकतंत्र भी था वो भी ख़त्म हो गया.
2006 में एक बहुत बड़ा आन्दोलन हुआ.
उसके बाद राजा ने उनकी बात मान ली और संसद को बहाल कर दिया.
इस देशव्यापी आन्दोलन का नेतृत्व किया.
1) सात दलों के गठबंधन ने.
2) माओवादी लोग.
3) सामजिक कार्यकर्त्ता.
भारत और नेपाल के सम्बन्ध
( सहमती )
मधुर संबंध.
बिना वीजा पासपोर्ट के आने जाने की संधि.
कार्य कर सकते है.
व्यापार वैज्ञानिक सहयोग भारत नेपाल में कई योजनाओं में मदद करता है.
( मतभेद )
अतीत में व्यापार को लेकर मनमुटाव.
चीन से नेपाल की दोस्ती.
भारत विरोधी तत्वों के खिलाफ नेपाल सरकार कार्यवाही नहीं करती.
नेपाल का आरोप है कि भारत उनके अंदरूनी मामलों में दखल देता है.
नदी जल, पनबिजली परियोजना पर आंख गड़ाए है.
बांग्लादेश
भारत के बंटवारे के बाद दो पाकिस्तान बनाए गए.
एक पूर्वी पाकिस्तान, दूसरा पश्चिमी पाकिस्तान.
पूर्वी पाकिस्तान 1971 में स्वतंत्र राष्ट्र बन गया.
जिसे बांग्लादेश के नाम से जाना जाता है.
बांग्लादेश में लोकतंत्र कैसे लागु हुआ ?
जिसे आज स्वतंत्र देश बांग्लादेश कहां जाता है.
एक समय पर वह पूर्वी पाकिस्तान था.
बंगाल और असम के हिस्सों को विभाजित करके पूर्वी पाकिस्तान बनाया गया था.
पश्चिमी पाकिस्तान यहां दबदबा दिखाता था तथा जबरन यहां उर्दू भाषा थोपता था.
यहां के लोगों ने इसका विरोध किया और पाकिस्तान के खिलाफ जन संघर्ष छेड़ दिया.
संघर्ष का नेतृत्व शेख मुजीबुरहमान ने किया.
पूर्वी क्षेत्र के लिए स्वायत्तता की मांग की.
1970 के चुनावों में आवामी लीग ने पूर्वी पाकिस्तान की सारी सीट जीती.
शेख मुजीब को गिरफ्तार किया गया.
याहिया खान की सेना ने बंगाली जनता के आंदोलन को कुचलने की कोशिश की.
हजारों लोग पाकिस्तानी सेना के हाथों मारे गए.
बड़ी संख्या में लोग भारत में पलायन कर गए.
भारत सरकार ने पूर्वी पाकिस्तान की आजादी की मांग का समर्थन कर दिया.
वित्तीय और सैनिक सहायता दे दी.
1971 में भारत तथा पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ.
इस युद्ध में भारत जीत गया और
एक स्वतंत्र राष्ट्र बांग्लादेश का निर्माण हो गया.
बांग्लादेश ने अपना संविधान बनाया और धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक समाजवादी देश घोषित किया.
1975 में शेख मुजीब ने संविधान में संशोधन कराया.
संसदीय प्रणाली की जगह अध्यक्षात्मक शासन प्रणाली अपनाई.
आवामी लीग को छोड़कर अन्य सभी पार्टियों को समाप्त किया.
इसमें तनाव और संघर्ष का माहौल बना ( 1975 ).
सेना ने बगावत कर दी और शेख मुजीब सेना के हाथों मारे गए.
नए सैनिक शासन जियाउर रहमान ने बांग्लादेश नेशनल पार्टी बनाई.
जियाउर रहमान 1979 का चुनाव जीते I इनकी भी हत्या हुई.
जनरल एच. एम. इरशाद सत्ता में आए.
जनता तथा छात्रों ने इनके खिलाफ आंदोलन किया.
1990 में पद छोड़ दिया.
1991 के चुनावों के बाद यहां लोकतंत्र ( बहुदलीय व्यवस्था ) कायम हुआ.
भारत और बांग्लादेश के बीच सहमती तथा विवाद के मुद्दे ?
( सहमति )
1) आर्थिक संबंध मजबूत हुए है.
2) बांग्लादेश भारत की पूर्व चलो की नीति का हिस्सा है.
3) आपदा प्रबंधन और पर्यावरण के मसले पर सहयोग.
4) व्यापार में बढ़ोतरी.
( विभेद )
1) गंगा और ब्रह्मपुत्र नदी जल हिस्सेदारी में विवाद.
2) भारत में अवैध बांग्लादेशी रह रहे है.
3) भारत विरोधी कट्टर इस्लामी जमातो को समर्थन.
4) म्यांमार को बांग्लादेश के रास्ते से प्राकृतिक गैस का निर्यात ना होने देना.
5) भारतीय सेना को पूर्वोत्तर भारत में जाने के लिए अपने इलाके से रास्ता देने से बांग्लादेश का इनकार करना
श्री लंका का जातीय संघर्ष तथा समस्या
श्री लंका – 1948 में आजाद हुआ.
पुराना नाम – सिलोन.
आजादी के बाद से सफल लोकतंत्र कायम है.
मूल निवासी – सिंघली.
समस्या – जातीय संघर्ष की.
विवाद – तमिल और सिंघली लोगो के बीच विवाद.
भारत के तमिल लोग जो श्री लंका जा बसे है उनका विरोध वहां के मूल निवासी सिंघली लोग करते है.
सिंघली लोग कहते है श्री लंका केवल उनका है तमिलो को वह कोई रियायत नही देनी चाहिए.
1983 में तमिलो के संगठन लिट्टे का श्री लंका की सेना के साथ संघर्ष चला.
तमिल ईलम तमिलो के लिए श्री लंका में एक अलग देश की मांग कर रहे है.
भारत की तमिल जनता का भारतीय सरकार पर दबाव है.
कि श्रीलंका में बसे तमिलों के हितों की रक्षा की जाए.
भारतीय सरकार ने समय-समय पर श्रीलंका सरकार से बातचीत के प्रयास किए हैं.
1987 में श्रीलंका में शांति सेना भेजी गई थी जो लिट्टे से संघर्ष में फंस गई.
और बिना लक्ष्य हासिल किये 1989 में वापस आ गई.
श्रीलंका की जनता ने भी इसे पसंद नहीं किया वहां की जनता इसे अपने अंदरूनी मामले में दखलअंदाजी के रूप में देखती है.
स्कैंडिनेवियाई देश नॉर्वे और आइसलैंड ने दोनों के बीच समझौता कराया.
श्रीलंका की आर्थिक वृद्धि अच्छी है.
श्रीलंका ने जनसंख्या पर नियंत्रण किया.
ऐसा करने वाला श्रीलंका विकासशील देशों में प्रथम है.
अर्थव्यवस्था का सबसे पहले उदारीकरण भी श्रीलंका ने किया.
भारत और श्री लंका के बीच विवाद तथा सहमती के मुद्दे
सहमति.
मुक्त व्यापर समझोता.
मित्रता की संधियाँ.
श्री लंका में सुनामी के दौरान मदद.
श्री लंका से शांति सेना वापिस बुलाया.
विवाद.
तमिल लोगो का मुद्दा.
तमिलो द्वारा अलग देश की मांग.
लिट्टे का संघर्ष.
1987 में सेना भेजना.
अंदरूनी दखलंदाजी.
मालदीव हिन्द महासागर में स्थित एक द्वीपीय देश है.
मालदीव 1968 तक सल्तनत हुआ करता था.
1968 में यह एक गणतंत्र बना और यहां शासन की अध्यक्षात्मक प्रणाली अपनाई गई.
2005 के जून महीने में मालदीव की संसद ने बहुदलीय प्रणाली को अपनाने के पक्ष में मतदान किया.
एमडीपी यहां की मुख्य पार्टी है जिसका यहां की राजनीति में दबदबा है.
2005 के चुनाव में मालदीव में विपक्षी दलों को कानूनी मान्यता दे दी गई
भारत और मालद्वीप के सम्बन्ध
1988 में श्री लंका से आये कुछ भाड़े के सैनिको ने मालदीप में हमला कर दिया.
मालदीप ने भारत से मदद मांगी भारत ने तुरंत मालदीप की रक्षा के लिए सेना भेज दी.
भारत ने मालदीप के आर्थिक विकास, पर्यटन और मत्स्य उद्योग में मदद की.