Class 11th Political science Chapter- 6th ( न्यायपालिका ) Term- 2 important questions
1- न्यायपालिका से क्या अभिप्राय है ?
- न्यायपालिका शासन का तीसरा प्रमुख अंग है
- न्यायपालिका एक स्वतंत्र संस्था है
- न्यायपालिका व्यक्तियों के अधिकारों की रक्षा करती है
- न्यायपालिका क़ानून के अनुसार विवादों का निपटारा करती है
- न्यायपालिका यह निर्धारित करती है की लोकतंत्र के स्थान पर किसी की तानाशाही न चले
2- हमें स्वतंत्र न्यायपालिका की आवश्यकता क्यों होती है ?
- हमें स्वतंत्र न्यायपालिका की आवश्यकता इसलिए है ताकि विधायिका और कार्यपालिका दोनों न्यायपालिका के कार्यों में किसी प्रकार की बाधा न पहुंचाए
- सरकार के अन्य अंग न्यायपालिका के फैसलों पर हस्तक्षेप न करें
- जज बिना किसी भय, बिना किसी भेदभाव के अपने फैसले सुना सकें
3- सर्वोच्च न्यायालय के क्षेत्राधिकार से क्या अभिप्राय है ?
मौलिक अधिकारः केन्द्र व राज्यों के बीच विवादों का निपटारा।
रिटः मौलिक अधिकारों का संरक्षण,
अपीलीय
- दीवानी फौजदारी व संवैधानिक सवालों से जुड़े अधीनस्थ न्यायलयों के मुकदमों पर अपील सुनना।
सलाहकारी
- जनहित के मामलों तथा कानून के मसलों पर राष्ट्रपति को सलाह देना।
विशेषाधिकार
- किसी भारतीय अदालत के दिये गये फैसले पर स्पेशल लाइव पिटीशन के तहत अपील पर सुनवाई।
4- न्यायपालिका की संरचना बताइए ?
- सर्वोच्च न्यायालय
- उच्च न्यायालय
- जिला न्यायालय
- अधीनस्थ न्यायालय
न्यायपालिका की संरचना
शब्द के अर्थ
फौजदारी – अपराध
दीवानी - संपत्ति
भारत का सर्वोच्च न्यायालय
- इसके फ़ैसले सभी अदालतों को मानने होते हैं।
- यह उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों का तबादला कर सकता है।
- यह किसी अदालत का मुकदमा अपने पास मंगवा सकता है।
- यह किसी एक उच्च न्यायालय में चल रहे मुकदमे को दूसरे उच्च
- न्यायालय में भिजवा सकता है।
उच्च न्यायालय
- निचली अदालतों के फैसले पर की गई अपील की सुनवाई कर सकता है।
- मौलिक अधिकारों को बहाल करने के लिए रिट जारी कर सकता है।
- राज्य के क्षेत्राधिकार में आने वाले मुकदमों का निपटारा कर सकता है।
- अपने अधीनस्थ अदालतों का पर्यवेक्षण और नियंत्रण करता है
जिला अदालत
- जिले में दायर मुकदमों की सुनवाई करती है।
- निचली अदालतों के फैसले पर की गई
- अपील की सुनवाई करती है।
- गभीर किस्म का आपराधिक मामलों पर फैसला देती है।
अधीनस्थ अदालत
- फोजदारी और दीवानी
- किस्म के मुकदमों पर
- विचार करती है।
5- न्यायिक पुनरावलोकन से क्या अभिप्राय है ?
- न्यायिक पुनरावलोकन का अर्थ है कि सर्वोच्च न्यायालय किसी भी कानून की संवैधानिक जांच कर सकता है अगर यह संविधान के प्रावधानों के विपरीत हो तो उसे गैर संवैधानिक घोषित कर सकता है
- केंद्र तथा राज्य संबंध के मामले में भी सर्वोच्च न्यायालय न्यायिक पुनरावलोकन की शक्ति का प्रयोग कर सकता है
- न्यायपालिका, विधायिका द्वारा पारित कानूनों की और संविधान की व्याख्या करती है तथा प्रभावशाली ढंग से संविधान की रक्षा करती है
6- न्यायिक सक्रियता से क्या अभिप्राय है ?
( अथवा )
जनहित याचिका से क्या अभिप्राय है ?
- न्यायिक सक्रियता अथवा जनहित याचिका ने न्यायपालिका के क्षेत्र में क्रांतिकारी परिवर्तन कर दिए भारत में न्यायिक सक्रियता का मुख्य साधन जनहित याचिका है सामान्यतः कोई व्यक्ति अदालत तब जाता है जब उसे कोई व्यक्तिगत नुकसान हुआ हो ऐसी स्थिति में वह अदालत में इंसाफ के लिए जाता है लेकिन 1979 के बाद कुछ ऐसे मामले देखे जिसमें पीड़ित व्यक्तियों के अलावा दूसरे व्यक्तियों ने उनके अधिकारों को लेकर न्यायपालिका के सामने जनहित याचिका रखी और न्यायपालिका ने इन पर विचार किया
- इसके बाद जनहित याचिका की बाढ़ आ गई बहुत सारे स्वयंसेवी संगठन जनसेवा की भावनाओं से लोगों की रक्षा के लिए जनहित याचिका दायर करने लगे
7- जनहित याचिका की बढ़ती संख्या का कोई एक नकारात्मक पहलू बताइए ?
( अथवा )
न्यायिक सक्रियता के फलस्वरूप न्यायपालिका पर बोझ बढ़ा है। इस कथन को जांचकर तर्कसहित उत्तर दे।
- जनहित याचिकाओं की बढ़ती संख्या और सक्रिय न्यायपालिका के विचार का एक नकारात्मक पहलू भी है
- इससे न्यायालय में काम का बोझ बढ़ा है दूसरे न्यायिक सक्रियता से विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के कार्यों के बीच का अंतर धुंधला हो गया है
- न्यायालय उन समस्याओं में उलझ गया है जिन्हें कार्यपालिका को हल करना चाहिए
- उदाहरण - वायु, ध्वनि प्रदूषण दूर करना, भ्रष्टाचार के मामले की जांच करना , चुनाव सुधार करना यह न्यायपालिका के काम नहीं है
8- भारतीय संविधान में न्यायपालिका को किस प्रकार स्वतंत्र बनाया गया है ?
- न्यायाधीशों की सेवानिवृत्ति की आयु निश्चित की गई है
- न्यायाधीशों को अच्छा वेतन प्रदान किया जाता है
- न्यायाधीशों द्वारा दिए गए निर्णय को चुनौती नहीं दी जाती
- दिए गए निर्णय के लिए न्यायाधीशों को जीवन सुरक्षा प्रदान किया जाता है
- सत्ता में बैठे लोग न्यायाधीशों के कार्य में बाधा नहीं पहुंचा सकते
- न्यायाधीशों की नियुक्ति में विधान पालिका का हस्तक्षेप नहीं होता
9- न्यायपालिका संविधान की संरक्षक है क्या आप इस कथन से सहमत है ?
- न्यायपालिका मौलिक अधिकारों की रक्षा करती है
- न्यायपालिका को न्यायिक पुनरावलोकन का अधिकार है
- न्यायपालिका न्यायिक सक्रियता के तहत जनहित याचिकाओं पर सुनवाई करती है
- न्यायपालिका सामाजिक एवं आर्थिक न्याय का महत्वपूर्ण निर्णायक है
10- लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सुचारू एवं गतिशील बनाने में न्यायपालिका एक महत्वपर्ण स्तम्भ है समझाये।
- न्यायपालिका का एक महत्वपूर्ण स्तंभ है क्योंकि- लोकतांत्रिक मूल्यों के संवर्धन में सहायक
- सामाजिक आर्थिक न्याय को सुगम बनाना
- मौलिक अधिकारों का संवर्धन करना
- न्यायिक सक्रियता
- न्यायिक पुनरावलोकन
11- सर्वोच्च न्यायालय के न्यायधीशों की पद से हटाने की प्रक्रिया का वर्णन करो।
- महाभियोग द्वारा
- अयोग्यता का आरोप लगने पर
- बहुमत से प्रस्ताव पारित
- दोनों सदनों में बहुमत के बाद