Class 11th History Chapter- 7 ( बदलती हुई संस्कृति ) Term- 2 important questions
चौदहवीं से सत्रहवीं शताब्दी में यूरोप में आए परिवर्तन के बारे में जानकारी दीजिए ?
चौदहवीं से सत्रहवीं शताब्दी में यूरोप में आए परिवर्तन निम्नलिखित है
- चौदहवीं से सत्रहवीं शताब्दी के अंत तक यूरोप के अनेक देशों में नगरों की संख्या बढ़ रही थी
- एक विशेष प्रकार की नगरीय संस्कृति विकसित हो रही थी, नगर के लोग स्वयं को गांव के लोगों से अधिक सभ्य समझने लगे थे
- फ्लोरेंस , वेनिस और रोम जैसे नगर कला और विद्या के केंद्र बन गए थे
- नगरों को राजाओं और चर्च से थोड़ी बहुत स्वायत्तता मिली थी
- इसी समय मुद्रण का आविष्कार हुआ था जिससे छपी हुई पुस्तकें उपलब्ध होने लगी थी
दि सिविलाइजेशन ऑफ द रेनेसां इन इटली नामक पुस्तक की रचना कब और किसने की थी ?
- दि सिविलाइजेशन ऑफ द रेनेसां इन इटली नामक पुस्तक की रचना सन 1860 में बर्कहार्ट ने की थी
- इसमें उन्होंने पाठकों का ध्यान साहित्य, वास्तुकला और चित्रकला की ओर आकर्षित किया
- इसमें यह बताया कि 14 वी शताब्दी से 17 वी शताब्दी तक
- इटली के नगरों में किस प्रकार एक मानवतावादी संस्कृति पनप रही थी
मानवतावादी विचारधारा से आप क्या समझते है ?
- मानवतावादी लोगों का तर्क था कि मध्य युग में चर्च ने लोगों की सोच को इस तरह जकड़ कर रखा था
- कि यूनान और रोमन वासियों का समस्त ज्ञान उनके दिमाग से निकल चुका था
- मानवतावादी ऐसा मानते थे कि मनुष्य को ईश्वर ने बनाया है
- लेकिन उसे अपना जीवन मुक्त रूप से चलाने की पूरी आजादी है
- मनुष्य को अपनी खुशी इसी विश्व में वर्तमान में ही ढूंढने चाहिए
यूरोप में पुनर्जागरण से क्या अभिप्राय है ?
- पुनर्जागरण एक ऐसा आंदोलन था जिसके द्वारा यूरोप महाद्वीप के देश
- पुराने विचारों को छोड़कर आधुनिक विचारों को अपनाने लगे थे
- आधुनिक विचार के साथ जीवन शैली में बदलाव आया
- पुराने अंधविश्वास और सामाजिक बुराइयों का अंत हुआ
- शिक्षा और ज्ञान का प्रसार हो रहा था
विज्ञान और दर्शन के क्षेत्र में अरबियों के योगदान का वर्णन कीजिए
- अरबी अनुवादकों ने अतीत की पांडुलिपियों का संरक्षण एवम अनुवाद किया
- अरबी दार्शनिक इब्न रुषद ने दार्शनिक ज्ञान और धार्मिक विश्वासों के बीच रहें तनावों को सुलझानें की चेष्टा की
- उनकी पद्धति को ईसाई चिंतकों द्वारा अपनाया गया
सोलहवीं शताब्दी में महिलाओं की स्थिति का वर्णन कीजिए
- वैयक्तिकता और नागरिकता के नए विचारों से महिलाओं को दूर रखा गया
- सार्वजनिक जीवन में अभिजात व संपन्न परिवार के पुरुषों का वर्चस्व था लोग अपने लड़कों को ही शिक्षा देते थे
- महिलाओं को कारोबार में परामर्श देने का अधिकार नहीं था
- लेकिन व्यापारी परिवारों में महिलाओं को दुकानों को चलाने का अधिकार था
- दहेज का प्रबंध ना होने के कारण लड़कियों को ईसाई मठों में भिक्षुणी का जीवन बिताने के लिए भेज दिया जाता था, इस काल में कुछ महिलाएं बौद्धिक रूप से बहुत रचनात्मक थी
- वेनिस निवासी कसंद्रा फेदले लातिनी भाषा की विद्वान थी इन्होंने कई रचनाएं लिखी थी, मंटुआ की मार्चिसा इसाबेला दि इस्ते जिन्होंने अपने पति की अनुपस्थिति में अपने राज्य पर शासन किया
ईसाई धर्म के अंतर्गत वाद - विवाद क्यों हुआ और इसके क्या परिणाम हुए ?
- उत्तरी यूरोप में मानवतावाद ने ईसाई चर्च के अनेक सदस्यों को आकर्षित किया
- इन्होंने ईसाइयों को अपने पुराने धर्म ग्रंथों में बताए गए तरीकों से धर्म का पालन करने का आह्वान किया, साथ ही ईसाई धर्म में अनावश्यक कर्मकांडो को त्यागने को कहा गया
- मानव को एक मुक्त विवेकपूर्ण कर्ता माना गया
- मनुष्य को अपना जीवन मुक्त रूप से चलाने की पूरी स्वतंत्रता है
- पाप स्वीकारोक्ति दस्तावेज की आलोचना की गई
- बाइबिल का स्थानीय भाषा में अनुवाद होने से लोगों को पता चला
- कि धन लूटने वाली प्रथा धर्म के अनुकूल नहीं है
- चर्च द्वारा किसानों पर लगाए गए करों का विरोध किया गया
- राजा भी चर्च द्वारा राज्य के कार्य में हस्तक्षेप से नाराज थे
कोपरनिकस क्रांति से क्या अभिप्राय है ?
- ईसाई ऐसा मानते थे कि पृथ्वी पापों से भरी हुई है और पापों की अधिकता के कारण वह स्थिर है
- पृथ्वी ब्रह्मांड के बीच में स्थिर है इसके चारों और खगोलीय ग्रह घूम रहे हैं
- लेकिन कॉपरनिकस ने यह घोषणा करदी कि पृथ्वी समेत सारे ग्रह सूर्य के चारों ओर परिक्रमा करते हैं
- कोपरनिकस एक निष्ठावान ईसाई थे वह इस बात से डरे हुए थे कि उनकी इस नई खोज से परंपरावादी ईसाई धर्म अधिकारी, उसका विरोध करेंगे
- यही कारण था कि वह पांडुलिपि द रिवल्युशनिबस को प्रकाशित नहीं कराना चाहते थे
- अपने जीवन के अंतिम दिनों में उन्होंने यह पांडुलिपि अपने अनुयाई जोसिम रिटिकस को सौंप दी
- बाद के वर्षों में अन्य खगोलशास्त्रियों ने भी इस बात को साबित किया कि कॉपरनिकस की खोज सही थी
मार्टिन लूथर कौन था ? उसने पॉप के विरुद्ध विद्रोह क्यों किया ?
- मार्टिन लूथर एक युवा जर्मन भिक्षु था
- इसने ईसाई धर्म में सुधारात्मक आंदोलन चलाया और चर्च के विरुद्ध अभियान छेड़ दिया,
- मार्टिन लूथर ने दलील दी की मनुष्य को ईश्वर से संपर्क साधने के लिए पादरी के आवश्यकता नहीं है
- उन्होंने अपने अनुयायियों को आदेश दिया कि वह ईश्वर में पूर्ण विश्वास रखें
- क्योंकि केवल उनका विश्वास ही उन्हें एक सम्यक जीवन की ओर ले जा सकता है
- और उन्हें स्वर्ग में प्रवेश दिला सकता है
- इस आंदोलन को प्रोटैस्टेंट सुधारवाद नाम दिया गया, जिसके कारण जर्मनी और स्विट्जरलैंड के चर्च ने पॉप तथा कैथोलिक चर्च से अपने संबंध समाप्त कर दिए
- व्यापारियों के समर्थन मिलने के कारण सुधारकों की लोकप्रियता शहरों में अधिक थी
- जबकि ग्रामीण इलाकों में कैथोलिक चर्च का प्रभाव बरकरार रहा
मुद्रित पुस्तक उपलब्ध होनें के क्या लाभ थे ?
- हस्तलिखित पुस्तक को बनने में काफी समय लगता था
- लेकिन छपाई तकनीक आने के बाद से कम समय में किताब की कई प्रतियां बनाई जाने लगी
- मुद्रित पुस्तकों को आसानी से खरीदा जाने लगा था
- अब छात्रों को केवल अध्यापकों के व्याख्यान से बने नोट पर निर्भर नहीं रहना पड़ा
- अब विचार, मत और जानकारी पहले की अपेक्षा तेजी से प्रसारित होने लगी
- नए विचारों को बढ़ावा देने वाली एक मुद्रित पुस्तक सैकड़ो पाठकों के पास बहुत जल्दी पहुंच सकती थी
- अब पाठक एकांत में बैठकर पुस्तकों को पढ़ सकता था क्योंकि वह उन्हें बाजार से खरीद सकता था
- ऐसे में लोगों में पढ़ने की आदत का विकास हुआ
- मुद्रित पुस्तकों में चित्र से लोगो को विभिन्न देशों की वास्तुकला के बारे में जानकारी प्राप्त होने लगी
फ्लोरेंस की प्रसिद्धि में किन दो लोगों का हाथ था ?
- दांते अलिगहियरी ( Dante Alighieri ) जोटो ( Giotto )
यथार्थवाद से क्या अभिप्राय है ?
- शरीर विज्ञान, रेखा गणित, भौतिकी और सौंदर्य की उत्कृष्ट भावना ने
- इतावली कला को नया रूप दिया
- जिसे बाद में यथार्थवाद कहा गया
- यथार्थवाद की यह परंपरा 19वीं शताब्दी तक चलती रही
“ रेनेसां व्यक्ति “ शब्द का प्रयोग किसके लिए किया जाता है ?
- रेनेसां व्यक्ति शब्द का प्रयोग प्राय: उस मनुष्य के लिए किया जाता है
- जिसकी अनेक रुचियां हो और अनेक हुनर में उसे महारत प्राप्त हो
- पुनर्जागरण काल में अनेक महान लोग हुए जो अनेक रुचियां रखते थे और कई कलाओं में कुशल थे
- उदाहरण - एक ही व्यक्ति विद्वान, कूटनीतिज्ञ, धर्मशास्त्रज्ञ और कलाकार हो सकता था
न्यू टेस्टामेंट क्या है ?
- न्यू टेस्टामेंट बाइबल का वह खंड है
- जिसमें ईसा मसीह का जीवन चरित्र, धर्म उपदेश और
- प्रारंभिक अनुयायियों का उल्लेख है
द पाईटा ( मूर्ति ) नामक कृति कंहा और किसने बनाई ?
- माइकल एंजले ने बनाई
- पॉप के सिस्टीन चैपल की भीतरी छत में